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Sunday, 3 June 2012

जॉन बारला के बयान से गोजमुमो में नाराजगी

 राजेश शर्मा, कालिमन्युज, जयगांव ३ जून /जीटए के पक्ष में जनमत तैयार करने के लिए गठित ज्वाइंट एक्शन को-आर्डिनेशन कमेटी के चेयरमैन जॉन बारला के हाल के बयान से गोजमुमो में नाराजगी है। स्मरणीय है कि कुछ दिनों पूर्व जॉन बारला ने अपनी पुरानी नीति को बदलते हुए बयान दिया कि वे बाजार इलाकों को छोड़कर डुवार्स-तराइ क्षेत्र के मौजा को जीटीए में शामिल करने के पक्षधर हैं। प्रेस को दिए विज्ञप्ति के जरिए उन्होंने कहा था कि बाजार इलाकों में जीटीए के खिलाफ आंदोलन हो रहा है। इसलिए इन इलाकों को हम लोग छोड़ रहे हैं। डुवार्स गोजमुमो के प्रमुख नेता मधुकर थापा ने कहा कि जॉन बारला ने जो बयान दिया है वह उनके व्यक्तिगत विचार हैं। हम लोग अपने पुराने स्टैंड पर कायम हैं। हमने हाई पावर कमेटी को क्षेत्र के 398 मौजा को जीटीए में शामिल किए जाने को लेकर अर्जी दी है। मोर्चा ने कभी नहीं कहा है कि हम लोग बाजार इलाकों को छोड़ देंगे। यहां तक कि उन्हें जॉन बारला के कथित बयान पर भी शंका है। वह ऐसा बयान दे ही नहीं सकते। मोर्चा वीरपाड़ा, कालचीनी, बानरहाट जैसे इलाकों को किसी भी सूरत में नहीं छोड़ सकता। यदि जॉन बारला ने इस तरह का बयान दिया है तो इस पर हमें आपत्ति है। ज्वाइंट कमेटी का मतलब यह नहीं है कि हम लोग अपनी नीतियों की तिलांजलि दे दी है। हम लोग अपने पुराने स्टैंड पर आज भी कायम हैं। कालचीनी के मोर्चा नेता विशाल लामा ने कहा कि फिलहाल इस मसले पर कोई मंतव्य करना उचित नहीं होगा। हाई पावर कमेटी इसी महीने अपनी रिपोर्ट जमा देने वाली है। इसलिए हम लोग किसी तरह का आंदोलन भी नहीं कर रहे हैं। हमें इंतजार है हाई पावर कमेटी के प्रकाशित होने का। उसके बाद ही कोई मंतव्य किया जाएगा। इस संबंध में जॉन बारला ने कोई मंतव्य करने से मना कर दिया।

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